भारत के सर्राफा बाज़ार में 20 जून 2025 को सोने और चांदी की कीमतों में हल्की गिरावट दर्ज की गई। देश के अलग-अलग शहरों में सुबह से ही ट्रेंडिंग डेटा में मामूली बदलाव देखने को मिला है। पिछले कुछ दिनों से लगातार जो तेजी बनी हुई थी, उसमें आज ठहराव आया है। इस बदलाव के पीछे वैश्विक बाज़ार की स्थिति और अमेरिकी डॉलर की मजबूती का अहम योगदान माना जा रहा है।
आज का सोने का रेट: भावों में आई हल्की गिरावट
सोने की बात करें तो आज 24 कैरेट शुद्ध सोना ₹10,048 प्रति ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं, 22 कैरेट सोना ₹9,210 प्रति ग्राम और 18 कैरेट सोना ₹7,536 प्रति ग्राम पर है। बीते दिन के मुकाबले इन भावों में ₹50 से ₹60 तक की गिरावट देखी गई है। यह गिरावट खासकर उन निवेशकों के लिए आकर्षक है जो लंबे समय से खरीदारी का सही समय तलाश रहे थे।
भारत के बड़े शहरों — जैसे दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और बेंगलुरु — में सोने के दामों में समान प्रवृत्ति देखी जा रही है। हालांकि, अंतिम खरीदारी की कीमत में मेकिंग चार्ज और टैक्स जुड़ने के बाद कुल राशि 8–10% तक बढ़ जाती है।
चांदी में आज भी निवेशकों की दिलचस्पी बनी हुई है
चांदी आज ₹1,09,500 प्रति किलोग्राम के स्तर पर ट्रेड कर रही है। बीते 24 घंटों में इसमें ₹1,200 तक की गिरावट आई है, लेकिन साल भर के आंकड़े देखें तो चांदी की कीमतों में 20% से ज़्यादा की बढ़त दर्ज की गई है। इंडस्ट्रियल डिमांड और घरेलू बाजार में चांदी की निरंतर मांग के चलते इसकी कीमतें अभी भी स्थिर बनी हुई हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि चांदी आने वाले महीनों में निवेश के लिए और भी बेहतर विकल्प बन सकती है, खासकर तब जब सोना महंगा होता जा रहा हो।
वैश्विक बाजार की चाल का भारतीय रेट्स पर असर
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आज सोना $3,355 प्रति औंस पर ट्रेड कर रहा है, जो कि बीते सप्ताह की तुलना में लगभग 2% कम है। इसी तरह चांदी की कीमत $42.05 प्रति औंस दर्ज की गई है।
ग्लोबल लेवल पर अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है, जिससे डॉलर मजबूत हुआ है और इसका सीधा असर कमोडिटी मार्केट, खासकर गोल्ड और सिल्वर पर पड़ा है। साथ ही अंतरराष्ट्रीय तनाव और तेल कीमतों में उतार-चढ़ाव भी इस बदलाव के लिए जिम्मेदार हैं।
घरेलू निवेशकों के लिए क्या है रणनीति?
भारत में निवेश करने वालों के लिए यह समय रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, फिलहाल सोने में छोटा निवेश समझदारी होगी क्योंकि कीमतों में गिरावट आई है लेकिन दीर्घकाल में इनकी वृद्धि संभव है।
वहीं, चांदी में निवेश करने वालों को अल्पकालिक और दीर्घकालिक दोनों दृष्टिकोण से लाभ हो सकता है। डिजिटल गोल्ड, गोल्ड ETF और सोवरेन गोल्ड बॉन्ड्स जैसे विकल्प इस समय निवेशकों के बीच लोकप्रिय हो रहे हैं।
शादी-विवाह और त्योहारों से पहले क्यों करें खरीदारी?
जुलाई से शुरू होने वाला सावन और उसके बाद रक्षाबंधन, जन्माष्टमी और गणेश चतुर्थी जैसे त्योहारों का दौर आता है। ऐसे में पारंपरिक रूप से सोने और चांदी की मांग बढ़ती है।
यदि आप गहनों की खरीदारी करना चाहते हैं, तो मौजूदा कीमतें आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती हैं। इस समय कम कीमतों में खरीद कर त्योहारों या शादी के समय उपयोग किया जा सकता है। यही समय है जब लोग फिजिकल गोल्ड की जगह निवेश के लिए भी डिजिटल विकल्पों की ओर झुक रहे हैं।
निष्कर्ष: निवेश से पहले सोच-समझ कर कदम बढ़ाएं
आज के बाजार में सोना और चांदी दोनों ही विकल्पों में हल्की गिरावट देखने को मिली है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि इनका मूल्य घट रहा है। बाजार में ऐसे बदलाव आम हैं और यही निवेश का सही समय भी हो सकता है। यदि आप लॉन्ग टर्म प्लानिंग कर रहे हैं तो सोना और चांदी दोनों में निवेश फायदेमंद हो सकता है।
हालांकि, खरीदारी से पहले रेट्स की जांच, विश्वसनीय सोर्स से जानकारी और विशेषज्ञों की राय जरूर लें।