गुड़हल में नहीं आ रहे फूल? अपनाएं ये 8 टिप्स और देखें हर टहनी पर खिलेगा हिबिस्कस!

गुड़हल (Hibiscus) का पौधा भारत के लगभग हर घर में पाया जाता है – इसके चमकीले लाल, पीले, गुलाबी और नारंगी फूल न सिर्फ सुंदर लगते हैं, बल्कि आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर होते हैं। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि पौधा तो हरा-भरा रहता है, पर उसमें फूल नहीं आते। यह निराशाजनक जरूर हो सकता है, लेकिन चिंता करने की जरूरत नहीं है।

गुड़हल एक ऐसा पौधा है जो यदि सही देखभाल पाए तो हर मौसम में फूल दे सकता है। जरूरी है बस कुछ ज़रूरी स्टेप्स को सही तरीके से अपनाना – जैसे सही धूप, समय पर छंटाई, संतुलित खाद और नियमित देखभाल। इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि गुड़हल के पौधे में ज्यादा फूल कैसे लगाए जाएं और किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।

1. धूप की सही मात्रा दें – Provide Proper Sunlight

हिबिस्कस को भरपूर फूल देने के लिए प्रतिदिन कम से कम 5–6 घंटे की सीधी धूप मिलना बेहद जरूरी होता है। अगर पौधा छांव में या आंशिक रोशनी में रखा गया है तो उसकी ग्रोथ तो होगी, लेकिन फूल नहीं आएंगे। गुड़हल को खुले वातावरण में रखें जहां सुबह की हल्की धूप और दोपहर की तेज़ रोशनी दोनों मिलें। अगर आप गमले में उगा रहे हैं तो रोज उसे धूप वाले स्थान पर रखें। पर्याप्त धूप मिलते ही पौधा फूलों से भरने लगता है।

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2. सही मिट्टी का चयन करें – Use Well-Drained Soil

गुड़हल की जड़ें पानी में जकड़ी हुई मिट्टी से जल्दी सड़ने लगती हैं। इसलिए इसे ऐसी मिट्टी में लगाना चाहिए जिसमें जल निकासी अच्छी हो। इसके लिए 40% गार्डन मिट्टी, 30% गोबर खाद या वर्मी कम्पोस्ट, 20% कोकोपीट और 10% रेत मिलाकर एक मिश्रण बनाएं। यह मिट्टी न केवल पौधे को पोषण देगी बल्कि फंगल इंफेक्शन से भी बचाएगी। मिट्टी को महीने में एक बार ऊपर से ढीला करना पौधे की जड़ों को ऑक्सीजन देने में सहायक होता है।

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3. जैविक खाद से बढ़ाएं फूल – Use Organic Fertilizers for Bloom

गुड़हल के पौधे में फूलों की संख्या बढ़ाने के लिए हर 15–20 दिन में जैविक खाद देना ज़रूरी है। आप गोबर की खाद, वर्मी कम्पोस्ट, सरसों की खली, केला या केले के छिलके का लिक्विड खाद इस्तेमाल कर सकते हैं। यदि पौधे में पत्तियाँ ज्यादा आ रही हैं लेकिन फूल नहीं, तो उसमें पोटाश की कमी हो सकती है। केले के छिलके, राख या बोन मील से यह कमी दूर की जा सकती है। फॉस्फोरस-युक्त खाद फूल लाने में मदद करता है, इसलिए हफ़्ते में एक बार देना फायदेमंद रहेगा।

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4. नियमित छंटाई करें – Prune Regularly for New Growth

गुड़हल के पुराने और सूखे डंठल पौधे की ऊर्जा को फूल देने के बजाय पत्तियाँ बनाने में खर्च करते हैं। ऐसे में नियमित छंटाई से नए फूलों की ग्रोथ बढ़ती है। हर 30–40 दिन में सूखे, पीले और अधिक लंबे हो चुके डंठलों को साफ कैंची से काट दें। इससे पौधा झाड़ीदार बनेगा और ज्यादा शाखाओं पर फूल खिलेंगे। छंटाई के बाद नीम तेल का छिड़काव करें ताकि कटे स्थानों पर कीट या फंगस न लगे।

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5. फूल आने का सही समय जानें – Understand Blooming Season

हिबिस्कस का मुख्य फूलने का मौसम गर्मियों से लेकर शुरुआती सर्दियों तक होता है, लेकिन यदि देखभाल ठीक हो तो यह साल भर फूल दे सकता है। अगर आप मार्च-अप्रैल में पौधे की गहन छंटाई और जैविक खाद डालते हैं, तो मई से लेकर अक्टूबर तक लगातार फूल मिल सकते हैं। बरसात के समय जल जमाव से बचाएं और सर्दियों में धूप में रखें ताकि पौधे की ग्रोथ बनी रहे।

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6. पानी संतुलित मात्रा में दें – Water Carefully

हिबिस्कस को न तो बहुत ज्यादा पानी पसंद है और न ही सूखी मिट्टी। सप्ताह में 2–3 बार या जब मिट्टी की ऊपरी परत सूखी लगे, तभी पानी दें। बरसात में अतिरिक्त पानी से बचाव जरूरी है क्योंकि इससे जड़ों में सड़न हो सकती है। पानी देने का सबसे अच्छा समय सुबह या शाम होता है। पानी हमेशा जड़ों में दें, पत्तियों या फूलों पर न डालें क्योंकि इससे फंगल संक्रमण हो सकता है।

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7. रोग और कीटों से करें बचाव – Protect from Pests & Diseases

गुड़हल पर अक्सर एफिड्स, स्पाइडर माइट्स और पाउडरी मिल्ड्यू जैसे कीट लगते हैं जो फूलों की ग्रोथ को रोकते हैं। इनसे बचाव के लिए सप्ताह में एक बार नीम तेल का स्प्रे करें। लहसुन-अदरक के काढ़े का घरेलू कीटनाशक भी काफी असरदार होता है। अगर पत्तियों पर सफेद धब्बे या चिपचिपापन दिखे, तो तुरंत इलाज करें। कीटों को समय पर हटाना जरूरी है वरना वे पौधे को कमजोर कर देते हैं और फूल नहीं आते।

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8. गमले का आकार और स्थान बदलें – Choose Right Pot & Location

अगर आपका गुड़हल गमले में है और उसमें फूल नहीं आ रहे, तो एक बार उसका गमला बड़ा करें। जड़ें फैलने के लिए जगह चाहती हैं, और छोटा गमला ग्रोथ रोकता है। हर 1–2 साल में पौधे का स्थान या गमला बदलना फायदेमंद रहता है। साथ ही, गमले को खुली जगह पर रखें जहां हवा और धूप दोनों मिलें। बहुत भीड़-भाड़ वाले स्थान पर रखे पौधे को ठीक से धूप नहीं मिलती जिससे फूल रुक जाते हैं।

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निष्कर्ष – Conclusion

हिबिस्कस या गुड़हल का पौधा अगर सही तरीके से संभाला जाए, तो यह पूरे साल आपके बगीचे को रंग-बिरंगे फूलों से सजा सकता है। ज़रूरी है कि आप धूप, पानी, खाद और छंटाई पर विशेष ध्यान दें। रोगों से बचाव और मौसम के अनुसार देखभाल में बदलाव भी आवश्यक हैं। इन 8 आसान लेकिन असरदार टिप्स को अपनाकर आप भी अपने पौधे में भरपूर फूल देख सकते हैं और हर सुबह गुड़हल की खूबसूरत मुस्कान से दिन की शुरुआत कर सकते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल – FAQ

प्र.1: गुड़हल में पत्तियाँ तो आ रही हैं लेकिन फूल नहीं, क्या करें?
संभवतः धूप की कमी या फॉस्फोरस की कमी के कारण ऐसा हो रहा है। सीधी धूप में रखें और जैविक फूल बढ़ाने वाली खाद दें।

प्र.2: क्या गुड़हल को रोज पानी देना चाहिए?
नहीं, सिर्फ गर्मियों में ज़रूरत पड़ने पर रोज पानी दें। अन्य मौसम में सप्ताह में 2–3 बार पर्याप्त है।

प्र.3: गुड़हल की पत्तियाँ पीली क्यों हो जाती हैं?
या तो ज्यादा पानी दे रहे हैं या मिट्टी में पोषण की कमी है। जैविक खाद मिलाएं और जल निकासी जांचें।

प्र.4: किस मौसम में गुड़हल की छंटाई करनी चाहिए?
मार्च–अप्रैल और सितंबर–अक्टूबर सबसे अच्छे समय हैं छंटाई के लिए।

प्र.5: क्या गुड़हल गमले में अच्छे से फूलता है?
हाँ, यदि गमला बड़ा हो, मिट्टी पोषक हो और धूप अच्छी मिले, तो गमले में भी गुड़हल खूब फूल देता है।

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