बारिश में गुलाब झड़ते हैं? जानिए मॉनसून में इन्हें बचाने का 7-स्टेप तरीका!
मिट्टी को रखें हेल्दी
गुलाब के लिए 60% मिट्टी, 20% गोबर खाद, 10% रेत, 10% कोकोपीट मिलाएं। गमले में ड्रेनेज ज़रूरी है – वरना जड़ें सड़ सकती हैं।
पानी का रखें संतुलन
बारिश में ज़रूरत से ज़्यादा पानी ना दें। तभी पानी दें जब मिट्टी ऊपर से सूखी दिखे। सुबह-सुबह पानी देना सबसे बेहतर होता है।
सही जगह चुनें
गुलाब को 4–6 घंटे की धूप ज़रूरी है। तेज़ बारिश से बचाने के लिए इसे बालकनी या ढंके हुए स्टैंड पर रखें।
पौष्टिक खाद दें
हर 15 दिन में वर्मी कम्पोस्ट, महीने में एक बार नीम खली और बोन मील दें – इससे फूल बड़े, रंग गहरा और पत्ते चमकदार होते हैं।
कीटों और रोगों से बचाएं
नीम तेल और छाछ स्प्रे से फंगस व कीटों से बचाएं। रोगी पत्तियाँ तुरंत काटें और मिट्टी से दूर फेंकें।
हल्की छंटाई करें
सूखी और झुकी शाखाएं काटें। साफ धारदार कैंची का इस्तेमाल करें। कटे हिस्से पर नीम तेल या दालचीनी पाउडर लगाएं।
मॉनसून के बाद की तैयारी
सितंबर के अंत में हल्की गहरी कटाई करें। नई मिट्टी और खाद डालें ताकि सर्दियों में फिर से खूब गुलाब खिलें।
मॉनसून में गुलाब को न करें नजरअंदाज़!
इन 7 आसान स्टेप्स से रखें अपने गुलाब को जड़ से फूल तक हेल्दी और खिला हुआ।
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