हिंदू धर्म में विवाह आदि का विशेष महत्व है.  विवाह आदि के मामलों में कपड़ों से लेकर खाने और वेडिंग कार्ड को भी विशेष महत्व दिया गया है. कई बार लोग अपनी मनपसंद वेडिंग कार्ड के चलते कुछ चीजों को नजरअंदाज कर देते हैं. लेकिन वास्तु शास्त्र में भी वेडिंग कार्ड को लेकर कई नियम बताए गए है.

वेडिंग कार्ड को लेकर रखें इन बातों का ध्यान

वास्तु के अनुसार वेडिंग कार्ड बनवाते समय कुछ चीजों का बनवाना जैसे कमल की आकृति बहुत शुभ मानी जाती है. कहते हैं कि इससे वैवाहिक जीवन खुशहाल रहता है.

वास्तु शास्त्र के अनुसार वेडिंग कार्ड बनवाते समय इसके आकार का विशेष ध्यान रखना चाहिए. कभी भी बड़ा या ट्रायएंगल शेप का कार्ड नहीं बनवाना चाहिए. वेडिंग कार्ड सिंपल और चार कोनों वाला शुभ माना जाता है. चार कोनों का वेडिंग कार्ड सुख, समृद्धि, शांति और खुशहाली का प्रतीक होता है.

शादी के कार्ड के रंग का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए. शादी का कार्ड कभी भी गहरे रंग का नहीं होना चाहिए. यानी भूल से भी काले, भूरे जैसे डार्क रंग कलर का शादी का कार्ड न बनवाएं. इसके अलावा शादी के कार्ड पर दूल्हा-दुल्हन या अन्य परिजनों का नाम किसी भी गहरे रंग से नहीं लिखा होना चाहिए.

वास्तु के अनुसार शादी का कार्ड बनवाने के लिए सबसे शुभ कलर पीला होता है. इसके अलावा आप लाल रंग या लाइट कलर के भी शादी के कार्ड बनवा सकते हैं. .

वास्तु के अनुसार इस बात का भी ध्यान रखें कि शादी का कार्ड में इस्तेमाल किया जाना वाला कागज खुशबूदार हो इससे हर काम मंगलमय होता है.